जिन्दा रहते समझ गए होते ग़ालिब
तो मरना न पड़ता बेमौत..
-----------------------------------------> Infinity
जिन्दा रहते समझ गए होते ग़ालिब
तो मरना न पड़ता बेमौत..
-----------------------------------------> Infinity
चादरे चढती रही तेरे मज़ार पर
चूमे जाते रहे मूर्तियां पत्थरों की
कोई गरीब मर गया कई कई बार
फिर एक बार.
-------------------------------------> Infinity
शब्द तेरे काफूर हो गए जाबब सुन के मेरा.
पहले पता होता तो तो इतना बोलने नहीं दिया होता ....
मेरे दिल में दर्द उठा था अचानक कल रात
मुझे याद कर शायद फिर वो कल रोया होगा.....
-----------------------------------------------> इन्फिनिटी
सच तो तभी बोला है तुमसे से हमने जब
घूँट गयी है अंदर तीखा सा २ यार चार बूँद वाला
वरना हमारी औकत कहा कि
सच बोल सके हम........
------------------------------------->Infinity
aadami dhirastra ko gahyye hai aur aurate gandhari..
patti bandh liye hai ek ne aur ek andha hai
kitana bhi bura ho jaye dekh ka desh ke logo ka
burana nahi lagata hai... jabatak khud ke ghar me na ghate ghatana..............
-------------------------> Infinity
हर वो वंदा जो समझता नहीं मजहब अपना
राहगीरों को पढाता चलता है धर्म
धर्म जो पालन करता नहीं जो खुद
मजहब सिखाता फिरता है यहाँ.....
--------------------------------> इन्फिनिटी
एक मिनट में लड़ा दिया अल्ला और राम को
कमसकम उनकी मर्जी तो पूछ ली होती....
========================>Infinity
कौन पूछता है मुझसे कि ऐ फकीर तू हिंदू है या मुसलमान है
चार दरावागे दौडता हूँ तो एक रोटी खता हूँ.......
=============================Infinity
जिन्दगी के कश्म्कश भरे पन्ने में जब भी उतर के देखा
नजर आते है सिर्फ़ काले काले अक्षर
कोशिश करता हूं कि
काले काले अक्षरों के बीच फ़ैला उजाला देखू
पर नजर नहीं आता कुछ भी
जिन्दगी के सारी खुशियां जो तुम्हरे साथ चली गयी है।
कभी जिन्दगी के किसी पड़ाव पे मिलने से पहले बतान जरूर
तकि हम फ़िर खुश रहने के लिए कुछ समान जुटा ले।
तकि तुम्हे न लगे ऐसा कि हम तुम्हारे बिना अधुरे है।
---------------------------------------------------------->Infinity
कई रातें हमने है जग के बीताई
गरीबो के दुखड़े, अमीरो के सपनें
कुछ उसने सुनायी, कुछ हमने बताई
बहुत रात बीती, अब चलो करवटों में
किसी और रात मिलने की कोशिश करेंगे
कटते-फ़टते रिश्तों मे पैवंद लगा के
दिल को खुश रखने की कोशिश करेंगे
--------------------------------------------------> Infinity
अगर हिमालय ही चोर हो जाए तो गंगा मैली होगी ही...........
agar himalay hi chor ho jaaye to ganga maili hogi hi............
--------------------------------------------------------------------> Infinity
Tu bhookha hai to bhookha rah galib..
humari to thali bhi chandi ki hai....
--------------------------------------------->Infinity
Jindagi ke fukare hai hum to ...
hume to ye nahi pata kaun aacha hai
kaun bura chahat hai humara.............
----------------------------------------------------->Infinity
बिनमतलब ही खुश हो जाता हूँ मै.....
ऐ आदमजात क्या चीज बनाई है तुने ये शराब.......
------------------------------------------------------------>Infinity
तुम्हारे फरेब ने हमारे आँखों को भी फरेबी कर गई......
हम भी मस्त रहे और आँखे भी सूखी रही.............
------------------------------------------------------> Infinity
नोटों को भी जनता के लहू में डूबा के खाते है
ये नेता हमारे ही चुने हुए है.....
============================> Infinity
Jo lfaazo se bayan ho vo kya mohabbat hai
Mohabbat to ye hai ki koi kahe bhi na aur koi sun bhi le.....
जो लफ्जों से बयाँ वो भी क्या मुहब्बत है
मुहब्बत तो ये है कोई कहे भी न और कोई सुन भी ले.......
================================> Infinity
कहीं से ला दो ढूंढ के माँ के मेरी माँ को
कि उसकी गोद में सर रख के सो जाना चाहता हूँ मै...
------------------------------------------------------------> Infinity
जितना करता हूँ कम करता हूँ मै
लगता है हमेशा कुछ और भी कर सकता था मैं
-------------------------> Infinity
Gum ho gai tumhari kalm to kya
Humari kalam le lo galib...
leking hogi pareshani tume
kyuki likhegi sirf sach meri kalam...
>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>Infintiy
tere pairo ke joote bhi ijjatdaar hai humaari aukaat se
galti humari hai ki tune joote khareede aur humane ijjat.....
तेरे पैरों के जूते भी इज्जतदार है हमारी पगड़ी से
गलती हमारी है कि तुमने जूते खरीदे और हमने इज्जत....
=============================> Infinity
बहुत से पेडो के काट के बना है
ये मकान तुम्हारा....
कुछ एहसान कर दो तुम भी....
गमले में एक छोटा पौधा ही सही लगा लो....
------------------------------------------------>Infinity
तुम्हारी ख़ामोशी काट खायेगी एक दिन तुम्हे
बोलना तो सीखो मेरे यारो.....
----------------------------->Infinity
लंबे इडियों के जूते पहन के भूल गए थे हम
कि औकात क्या है हमारी.
जूते उतार दिए तो पता लगा कि
एक बौने से भी छोटी है
औकात हमारी...........................
=====================> Infinity
--------------------------------------------------> शाश्वत श्रीपर्व
Fir ek mombatti jala lenge
Apane dil ke bheetar ke aag ko bujha lenge....
Humare kaam nahi aaa pata ye aag...
Kya kaam aayega desh ke apane.......
Isiliye Uchati hui need ko bhi
jabardasti sula lete hai.......
फिर एक मोमबत्ती जला लेंगे
अपने दिल के भीतर के आग को भुझा लेंगे
हमारे काम भी नहीं आ पता है ये आग
क्या कि इससे देश कि भूख मिटायेंगे
इसलिए उचटी हुई नींद को भी
जबरदस्ती सुला लेते है.......
खुद को एक बार फिर समझा लेते है….
---------------------------------------------------------> Infinity
मुझे पता है संभाल लोगे मुझे तुम.....
इसीलिए इतना बर्बाद हो रहा हूँ ...................
-----------------------------------------------> इन्फिनिटी
Har jati dharm ke logo ko apane jati dharm pe guman ho jaye
Sahi mayane me apane matalab ki pahachan ho jaaye
vo din meri jindagi me mere malik lana jaldi
meri jindagi choti bahut hai.......
हर जाती धर्म के लोगो को अपने जाती धर्म की पहचान हो जाए
सही मायने में मतलब की पहचान हो जाए
वो दिन मर्री जिन्द्दगी में मेरे मालिक जल्दी लाना
मेरी जिंदगी छोटी बहुत है.....................
--------------------------------------------------------->Infinity
रात भर शराब पी के सोया हूँ अभी अभी
जगाओ न अभी हमसफ़र
अभी तो मैकदा खुला भी नहीं होगा............
--------------------------------->इन्फिनिटी
एक हम थे जो दिल से जूझते रहे
बाकी हर एक न दिमाग से लिया है काम....
------------------->इन्फिनिटी
जानेमन हम भी रहा करते थे
खुश गुमाने इश्क में कभी
न जाने किस बदगुमां की लग गई नजर
------------------------>इन्फिनिटी
apana namo nisha hum mita lenge khud hi
aap ek baar haa to boliye
aap apane hanth gande kyu karate ho hujoor....
अपना नमो निशां हम मिटा लेंगे खुद ही
आप एक बार इशारा तो कीजिये
आप अपने हाथ गंदे क्यों करते हो हुजूर…….
Kyu na ho meri jindagi pe
mere yaar ka haq....
Milata hai vo jab
to bas Jingagi ki baat hoti hai
varana duniya to maut pe kayam hai..
--------------------------------------->Infinity
badalo ko ghar pe hi bula liya tha humane
barasane ke liye
aapke aane ki ummid me ..........
na aap aai na apaki aahat
badal barase bhi aur sookhe rahe..........
kuch aasaan raaste the humare samane
par chun liya humane vo rasta jo mushkil thi
sabase jyada.....
gar saath hote to kat jata aasaani se
chhor gae vo jab to
rasta pahad ho gaya hai.................
Jis dine bhook ne ki bagawat
samajh nahi aaye hume
ki galalat kya
sahi kya hai yaha.......
pet bhara hoto to shayad
hum bhi
samajhdaar hote galib...........
->>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>Infinity
ek raat thi vo
jab jagana chahata tha par sona na paya tha
ek aaj ki raath hai ki
koshish kar ke bhi neend nahi aati...........
------------------------->Infinity
chota hoo jabatak
raasta bhoola hoo mai.........
raasta mil gaya jis din
log kahenge
mere saath tha kabhi vo humare.....................
---->Infinity
Mai vaisa hi hooo jaisa dikhata hoo mai
ki kuch aur ho ke kuch aur dikhana nahi aata hai mujhe
मै वैसा ही हूँ जैसा दिखता हूँ मै
कि कुछ हो के कुछ और दिखाना नहीं आता है मुझे........
-------------------------------------------------------->Infinity
Ek raat jab aakh kholi to tanhaee ro ro kar boli
Ki ja so ja bande kisi chaurahe pe
shayag gujarata rahagir koi
saath de de kuch pal keliye.............
Ek baar fir se jaroorat hai
aapaki
iis desh ko jaiprakash ji
ki
desh chintit aur vichubth hai
ek baar fir.....
Ye bharatiye sena ke javan ek sanjida ma hai glib.....
jaroorat me baccho ke danto tale daba mushibato se door kiya hai
aur dushmano ko unhi daanto se faad dala hai....................
ए भारतीये सेना के जवान एक
संजीदा माँ का अवतार है ग़ालिब
जरूरत में बच्चो को दांतों टेल दबा
के मुशिबतो से दूर किया है
और फाड़ डाला है देश के दुश्मनों के
जब भी उनकी बुरी नजर पड़ी है..............
Jai Javan.........................
Ye bharatiye sena ke javan ek sanjida ma hai glib.....
jaroorat me baccho ke danto tale daba mushibato se door kiya hai
aur dushmano ko unhi daanto se faad dala hai....................
ए भारतीये सेना के जवान एक
संजीदा माँ का अवतार है ग़ालिब
जरूरत में बच्चो को दांतों टेल दबा
के मुशिबतो से दूर किया है
और फाड़ डाला है देश के दुश्मनों के
जब भी उनकी बुरी नजर पड़ी है..............
Jai Javan.........................
आज के गुनाहों कि सज़ा
कल पे न टालो ऐ खुदा
मौत दो
दो या जिंदगी........
पर दे दो आज ही जो देना है........
कि ना होता है अब इंतज़ार अब खुदा का
और न ही खुदाई का .......................
---------------------------------------------->Infinity
javani me to saath diya yaaro ne
budhape pe apane bhi saath na the....................
-------------------------------------------------->Infinity
मकान तो टूटा है हमारा
दर्द हमें है मालूम उसका
आपका क्या आयेंगे
दो घरियाली आंसू बहा
अपने घर में वापिस
बंद हो जायेगे जनाव.........
-----------------------------------Infinity
बस उस दिन का इंतज़ार करता हूँ
हूँ कि ललकारे मुझे आके कोई ..
कि में हूँ इंतज़ार में के कोई आ के कहे
तुम कर नहीं सकते ए.......
और कर दिखाऊ कि मै ए ही नहीं बहुत कुछ कर सकता हूँ
और बिना जबाव के जाबव मिले उसे
और फिर न करे वो किसी को
अवआकलन..................................
------------------------------------------------->Infinity
Humane hare din mara hai nadio ko
kai kai bar
nadi palati ek baar to
to humare hosh ud gaye..........
-------------------------------------------------------------
Shesh naag nahi hote ab
duniya me saap bhaut ho gaye hai
vaise hai ab...............
tere vaadon pe na jata
to kya krata mai..
vaiz ummmi sirf thi tumhi se
teri hi talas thi muje.......................
------------------------------------------->Infinitl
tere vaadon pe na jata
to kya krata mai..
vaiz ummmi sirf thi tumhi se
teri hi tasas thi.......................
------------------------------------------->Infinity
विस्तर बिछा लिए था हुमने भी
की प्लेटफॉर्म पे
की उचटी हुई नींद के साथ
इंतज़ार कराते रहे बस
ना ट्रेन आई न ही उसकी आहट
-------------------------------->Infinity
बिखरे हुए मेरे यारो
मिलो फिर से कभी
कि
महफिले सूनी
यार अकेला है तुम्हारा....
------------------------->Infinity
Dharm sabase badi cheej hai..
par galib
nibhata hai kaun dharm yaha......
हम जबतक जागे
सो चुके थे वो.....
पहले बता देते
तो नहीं खाते नींद की गोलियां
------------------------------->Infinity
होश किसको थी
और क्या था हमारे तुम्हारे जहन मे
की उन्होने क्या कहा
और मैंने क्या बोला
न वो समझे और
न मई ही जान पाया.....
----------------------->Infinity
उड़नखटोले में आये जनाव
देखा हमारा हाल और उड़ गए वापिस
आस थी कि करेंगे कुछ हमारे लिए
उन्होंने तो पूछा भी नहीं
कि नागरिक हाल बहाल क्यों है तुम्हारा
जब वोट आये थे मांगने तो कहा
कि सारी परेशानियां तुम्हारी है अब से
सिंहासन मिला तो
भूल गए कि
आये थे मांगने हमसे एक दिन
जनावा आये उड़नखटोले में
और उड़ गए वापस हमारा हाल बहाल देख के......
------------------------------------------------------->Infinity
Tumhare bajuo me itana dam na tha
humare aansuo me itana gam na tha
varana aukat kisaki hai ki
tumhare aastha ko pahucha jaay
thesh bina tumhari marzi ke
----------------------------------------------->Infinity
yu hi mil jaate hai
raah chalate acche kuch log
jinake sahare jindagi jee lete hai
varana
jindagi ki darakar kisako hai yaha………………
-------------------------------------------------------------------------->Infinity
ए हिंदू क्या
मुसलमां क्या है ए
मालिक ने बनाया था इंसान
वो न बन पाए कभी
पर बन गए सबकुछ
उसके आलावा.....
dunia me bahut se log hai acche
par bure banane ka natak karate hai
taki fayada na utha le koi
apana ban ke
Ye mauka parast javani kitani begani hai....
jab jaroorat hoti hai tabhi
budhape ke hawale kar
chor ke chali jati kahi aur.
----------------------------------------> Infinity
जो देश के लिए मरने के लिए तैयार है हमेशा
सिपाही
उसे कोई मारता
काट के ले जाता है सर कोई
गरम पानी में उबलता प्रत्ररित करता है कोई भी
लूट ले जाता है उनके अस्त्र और शास्त्र
समझता नहीं कोई कुछ उन्हें
सोचना नहीं कोई भी ज्यादा....
परिवार कैसा है उनका और उनके बाद....
लेकिन
जो देश को लूट जमाना करते है पैसे
विदेशी बैंको में
उनके लिए सुरक्षा Z की दे देते है
झींक भी आजाये तो विदेशों से आते है डाक्टर
ऐसा क्यू है भारत माँ कि
तुम्हारे सच्चे बेटे भुगते है अपने
वतनपरस्ति कि सजा
पर जो वतनपरास्त नहीं
वो जीते है शहंशाह कि तरह.....
--------------------------------------->Infinity
जब तक जरूरतमंद थे आप
तो आपके सारे रस्ते खत्म होते थे हम तक ही
जा पूरी हो गई जरूरते
तो रास्ते बदल गए.....
हम ही थे नासमझ कि समझ न पाए
वरना आप तो पारंगत थे
अपनी जरूरतों को पूरी करने के खातिर
कभी तो भूल जाईये अपने नए रास्तो को
ए पुराना रास्ता कब से इंतज़ार में है
आपको मंजिल से मिलाने के वास्ते....
----------------------> Infinity
ईमारतें कितनी बड़ी बड़ी
कितने छोटे इंसान और इंसानियत
ए मेरे मालिक तुने क्या बनाया था
और हो क्या गए है ……………..
chaliye aap kahte hai to so jata hooo
neend ke ghane aagosh me ho jaata hooo
par intajar karunga aap jaise meharavaano kai
ki raat me saath ka kya din me milane ko hi milana kahate hai.....
laga hoo yahi apani firak me
kabhi kahi kisi ko samajh aa jaaye
isi ummid me chala jata hoo mai...
जिंदगी फटी जेब हो ऐसा लगता है ग़ालिब
कुछ भी डालू
फटे हाल तब भी
और अब भी कि फटे हाल ही हो जैसे.......................
---------------------------------------------------------------------शाश्वत श्रीपर्व
gardan kataye javannn...
malai khaye haivaaan
kahate hai isi ko rajeneeti bhai....
ki chanayakya ki rajeneet to kab ki
gayabe aam ho gai....
Jab jaroorat thi apane kuch kaha hi nahi
ab kya fayada jab mahafil hi uth gai paravaano ki..........................
------------------------------------------------------------------------------------->Infinity
abhi to din suru hua hai mera
raat to kisi aur ke liye hoga galib….....
kab rone ka bakt aa jaaye galib
isliye jab mauka milata hai has lete hai aise hi bina matalab.....
----------------------------------------------------------------------------------> Infinity
नशा था जबतक तो शेर थे हम
उतरा जो तो मजबूर हो गए....
-----------------------------------------------> Infinity
Log puchate hai ki likhate ho kisaki yaad me
ki sochata hoo mai ki likhata hoo yaad hi to
ki ab kisi ki jagah ha kaha.....
--------------------------------------------------------------> infinity
ye hoth hi hai jo muskura lete hai kabhi kabhi
varana dil me to kab ki sham ho gai....
मै गवांर हूँ बहुत...
मुझे लाओ न शहरों के चौन्धाये रोशनी में..
अगर शहरी बन गया तो संभल ना पाओगे.....
---------------------------------------------------------> इन्फिनिटी
दर्द हुआ वहाँ
यहाँ ने पूछा कि कहाँ
वहाँ ने बताया नहीं
और न जाने कि कैसे वहाँ यहाँ हो गया
dard hua tha kabhi.....
ek aur dar le liye aur bhool gaye
us purane dard ko....
Mistake is never done .. it happens.. and you should never worry about that just learn and move forward….
जो नहीं जानते
वो जाए पाकिस्तान अफाग्गानिस्तान
हो एक बार वाहाँ
समझ जाए कि सनातनियो की
सीमाए और ईमान क्या है....
जिन्होंने ने पेड़ लगाये वो गए काम से
बेईमानी खा रहे फल
यही बात है कि सताती है हमेशा
वरना किसको किस चीज का फर्क पडता है ....
kabhi socha tha ki koi saath de
kya kare ki ye khamoshi bhi sath nahi galib...
रोज पीता हूँ शराब...
और सोचता हूँ काफ़िर कि कल से नहीं पीऊंगा
पर हमेशा धोखा दे जाता है कल
कि कभी आता ही नहीं
आता भी है तो आज हो जाता है ग़ालिब....
tum so jaao ya jagati raho ab fark kya padata hai..
tumne mahafil me aa ke kai log ke neend uda diiye....
Khata tumhare bas ki baat nahi....
Jafa.. humare haq ki baat nahi....
bas nikal jaate hai jamane vafa ke liye
ki tumase koi umiid nahi...
mushkile kafoor ho gai janebahar jo teri yaad aai...
ye jalime jindagi gunaah maaf kar de shayad
gar tu aa jaaye.....
Raat bhar peete rahe hum
ki subah tere aane ke ummid thi..
peete peete gum hua aisa ki
na tu aai na hi teri yaad aai....
ऐसे ही चुपके से
किसी भीड़ का हिस्सा होजाता हूँ अक्सर.
लगता है साथ मेरे भी
कोई है है हमसफ़र
बस अब तो मै है और मैकदा है
दोस्त सारे निकल गए अपनी अपनी राह पे....
Hindu hoo to shant hoo
hindu hoo to sanatan hoo
hindu hoo to dharmnirpekesh hoo
chunauti na dena mujhe
katana bhi aata hai
apani raksha ke liye ladana bhi aataha hai
bas chup hooo to sirf apani sanskar se
apane vichar se,,,,
हमारी शराफत वक्ते आम हो गई...
तुम्हारी रुसवाई झने खाश हो गई...
मिली जो गैरते शाम मुझे
तुम्हारे वेवफाई सरेआम हो गई...
----------------------शाश्वत श्रीपर्व
जिंदगी तुम्हारी इतनी सस्ती क्यों है गरीब
जीते हो तो पूछता नहीं कोई
मरते हो तो सोचता नहीं कोई
Jindagi ghanaghor barish me kagaj ki nav hai galib
Kab ghul jaye malum nahi
जिंदगी घनघोर बारिश में कागज की नाव है ग़ालिब
कब घुल जाये मालूम नहीं
Roshani dekh kar jeete the paravane jinake
Vo shamme bujh gaye andhero ke aagosh me galib
रोशनी देख कर जीते थे परवाने जिनके
वो शम्मे बुझ गए अंधेरों के आगोश में ग़ालिब....
Ek Kafan Sarabjeet ke liye.. jo mara desh ke bevafai se ...
aur anek kafan sarakar ke liye jo desh ko le dooba ja raha hai.....
तम्बुयें गड गई है दुश्मनों के हमारे देश में
हमारी सरकार सो रही निश्चिन्त मखमली खेश में......
मेरे सपने बहुत बड़े और बहुत छोटी थी जरूरते
छोटा था जब मै....
अब सपने बहुत छोटे और जरूरते अनगिनत है मेरे
हे मालिक बच्चा ही क्यों न रहने दिया मुझे हमेशा के लिए
Aaam aadami party Ab khas ho gai..
na rajaneeti karane ki kasm toot gai..
ab vo bhi neta ke jagah raj neta ho gaye...
देखा नहीं कभी सोचा नहीं...
कि दोस्त कितने नशे में है...
आपने नशे में ही व्यस्थ रहे हम....
जाना चाहता हूँ फिर एक बार...
जहाँ बचपन छूट गया है मेरा....
वो बदपानी कि लंबी चौड़ी झील
वो भोकिमालो का खाता पानी....
भाग के जाना जंगल में टिफिन के बीच में...
धुप के पेड़ को आग दिखा के
धुप काट के लाना
वो क्लास के लड़कियों के डेस्क से
तख्ती निकल चीड़ के फल से क्रिकेट कहलाने
कि इस जवानी के आलम ने
उस बचपन के बच्चे को न जाने कहा खो दिया...
याद आता है वो बचपन कभी कभी.....
उस रोशनदान से झाँक रहा है कोई....
शायद आज फिर किसी का घर छिन गया...
आज फिर शायद किसी की आँखे नाम है
फिर अपना किसी का छिन गया वहाँ.....
किसकी सुने और किसकी माने हम
चंद रुपये के लिए धर्म और ईमान बदल लेते है लोग.....
तू भी जनता है और जनता हूँ मै भी….
अल्ला इश्वर मदद करता है तभी
जब इंसा इंसा के काम आये….
Allah bhi jindavaad Bahagavan bhi jindavaad...
us din ka intejaar hai jab insaan honge jindavaad...........
Mile hai dost... aaj...
Dushmano... pare ho jaao...
khair nahi hai tumhari aajjjj......
दुनिया तो है लेन देन कि दोस्तों
भगवान को भी चढावे मिलते है
मन्नते पुरे करने के एवज.....
Patange to udati hai kat ke chali jaati hai kahi aur
dosti karani hai to dor se karo
ki kat ke bhi paas rah jaati hai....
किसी को खाने के लिए काफी नहीं है ग़ालिब
किसी को फेकने से फुर्सत नहीं....
एक इंसान कि इंसानियत
कबतक सोयेगी ....
Ek ped kat ke
doosare ped ke chaaaow me baith jaate hai
ki fir teesare ped kaat sake..
kitane vyavahari hai hum...
इस कलम में भी स्याही है
स्याही ही उस कलम में भी
बस लिखा गया तो किसी
हम और आप जैसे लोगो
के मन कि भड़ास भर है...
भूखे हिंदू भी है मुसलमां भी भूख के मारे है.....
कह दो राजनेताओ से..
कि राज करने कि सोच पीछे छोड़
नीति की बात करे....
उस छोटी सी बच्ची के छोटे से बस्ते में एक टूटी हुई पेन्सिल और और एक आधा स्लेट मन ही मन जोर जोर से कहा रहा है, मै भी पढाना चाहता हूँ डिग्री इससे पहले कि कोई शादी की डोर बाँध ले जाए मेरे सपने कही और जहाँ अस्तित्व के नाम पे सिर्फ माँ बहू बन के रह जाओ.. मै भी बनाना चाहती होऊ कल्पना चावला किरण वेदी कि अधिकार है मेरा भी कुछ और बनाने का
Bas yaad hi hai jo khush kar deta hai hame kabhi kabhi
varana aaj me khushi ka namo nishan kaha....
I am spreading what i believe in and you have ample space to spread yours....
Pet bhari thi to bhahut log the saath humare
bhook lagi to pata chal ki jaat kya hai humari.....
Kha makha imarato ko dosh dete hai galib…
navaaj padha to masjid, aarati gaai to hua mandir…
aur kahate hai ki iswar alla basate hai yaha…..
Pet bhari thi to bahut log the humare saath
Bhook lagi to pata chal mi jaat kya hai humari…..
Mai aaj nashe me to kya..
Yaad hai mujhe ki hosh me kya kiya tha tumane...
sambandho ke mayane hai..
varana kaun kaha chota hai kisase....
Musalama bhi kimati hai yaaro...
Kimati hindu bhi hai....
bas narajagi hai......
kimat lagane vaalo se hai...
ki vo keemat sahi nahi lagate...
Ladate hai hum ... tabhi maze leta hai koi....
samajh log ke hum ek hai to anek hai ...
nahi to astitv mitega humara
aur kuch nahi......
raho to ek nahi to gali do aur nikalo....
Topi pahan musalama ho jata hai koi
chola pahan pandit
Kaun samajhaye ki insaniyat
pahanave me nahi eeman me hoti hai...
टोपी पहन मुसलमां हो जाता है कोई
चोले में हो जाता है कोई पंडित
कौन समझाये कि इंसानियत
पहनावे में नहीं यारो ईमान में होती है....
ये क्या सूरते हाल बना रक्खा है….
देश कि न सही कमशाकम अपनी तो सुधारों…..
Raat sote kat jaayegi..
Din rote....
ki jee lo jindagi
jindagi jeene ki hai
marane ke liye maut kafi hai...
So jaao ki raat sone ke liye hai.....
Din barabar kar degi.....
Ki raat ko aaraam kar lo...
Betiyaan pehanati hai ab Lohe ki chudiya...
Suno Apani Durbhavana apane paas rakkho
Ab ye lakh ki nahi jo khakh ho jaaye....
Ki ye bhi palat ke vaar karengi
Ye abala nahi amba hai.
inaka bhi astitw hai is jahaan me.
Soch lena kuch bhi galat sochane ya karane se pahale
Ki ya lakh nahi ki khakh ho jaaye....
udaam bahut uchi hai meri....
tumhari pahuch choti hai...
kar lo koshish
ye pankh sone ke hai..
tumhari koshish dhool se jada nahi....
Daba hai itihass humara is jahane khash me galib....
tum to abhi abhi ..... aaye ho.. aukaat me apane….
jab bhi janane vaala ajanabi
ban jaaye soch lena shahar aa gaya koi....
Hamesh dhyaan le jata hai kahi aur janeman
jab bhi soch ke baithta hoo ki aab dhyaan doonga...
Bas kijiye meharvaan ab...
ki meharavaani aapaki kafir bana rahi hai hame....
hame maaf karana ... ki kafir ho gaye hum bi kafir ke sangat me....
kya bola tha aapane yaaad nahi ab.....
हर किसी की तमन्ना खुश रहने की होती है ग़ालिब
क्या करे कुछ लोग किसी के दुःख ही खुश होते है।।।।।
इंसानों की सांगत में तो फरिस्तो की भी जात बदल जाती है
वर्ना कोई पैदा होता है तो कहा कोई जात पैदा होता है।।।
Bahut se dost khoye hai vatanparasti me..
ki vatanparasti se bada koi dost nahi.....
jindagi bahut lambi hai galib.....
shikayate bahut jyada
ki ek jindagi kam hai
in shikayato ke liye....
hum banzaare jaha chaahe ghar bana lete hai..
sham kahi subah kahi aur bita lete hai...
hamare liye duniye har din badalati hai...
har ek duniye ko apana bana lete hai.....
tumhare pyaar me ye kafir
hum bhi nastik ho jayenge...
bharosha dila do itana ki bas..
kabhi aastik na ho jaoge.....
Hum to apane acchai se majaboor hai galib
varna marana to hame bhi aata hai...
हम तो अपने अच्छाई से मजबूर है गालिब
वरना मारना तो हमे भी आता है
Dhoop me soye soye chaav me aai
aankhe chundha gai chaav se....
धूप मे सोये सोये छाव मे आए
आंखे चौंधिया गई छाव से.....
नशा मैकदे मे नहीं गालिब नशा तो दिमाग मे है
कुछ ठीक हुआ नहीं कि अपने आप चढ़ जाती है
AAdat dal li maine bin takiye ke sone ki
Desh ka sar neecha hone ke baad
Sar ucha apana bhata nahi hai mujhe ab....
गाड़ियों के लिए तो स्मूद साफ और रबड़ के सड़क बनाते है हम पर खाली पैरो के लिए है टूटी फूटी कादो-कीचड़ से भरी सड़के.....