उड़नखटोले में आये जनाव
देखा हमारा हाल और उड़ गए वापिस
आस थी कि करेंगे कुछ हमारे लिए
उन्होंने तो पूछा भी नहीं
कि नागरिक हाल बहाल क्यों है तुम्हारा
जब वोट आये थे मांगने तो कहा
कि सारी परेशानियां तुम्हारी है अब से
सिंहासन मिला तो
भूल गए कि
आये थे मांगने हमसे एक दिन
जनावा आये उड़नखटोले में
और उड़ गए वापस हमारा हाल बहाल देख के......
------------------------------------------------------->Infinity
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