Tuesday, June 25, 2013

आज के गुनाहों कि सज़ा

आज के गुनाहों कि सज़ा
कल पे न टालो ऐ खुदा
मौत दो
दो या जिंदगी........
पर दे दो आज ही जो देना है........
कि ना होता है अब इंतज़ार अब खुदा का
और न ही खुदाई का .......................
---------------------------------------------->Infinity

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