Friday, March 15, 2013

इंसानियत पहनावे में नहीं यारो ईमान में होती है....

 

Topi pahan musalama ho jata hai koi
chola pahan pandit
Kaun samajhaye ki insaniyat
pahanave me nahi eeman me hoti hai...


टोपी पहन मुसलमां हो जाता है कोई
चोले में हो जाता है कोई पंडित
कौन समझाये कि इंसानियत
पहनावे में नहीं यारो ईमान में होती है....

No comments:

Post a Comment