जब तक जरूरतमंद थे आप
तो आपके सारे रस्ते खत्म होते थे हम तक ही
जा पूरी हो गई जरूरते
तो रास्ते बदल गए.....
हम ही थे नासमझ कि समझ न पाए
वरना आप तो पारंगत थे
अपनी जरूरतों को पूरी करने के खातिर
कभी तो भूल जाईये अपने नए रास्तो को
ए पुराना रास्ता कब से इंतज़ार में है
आपको मंजिल से मिलाने के वास्ते....
----------------------> Infinity
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