रोज पीता हूँ शराब... और सोचता हूँ काफ़िर कि कल से नहीं पीऊंगापर हमेशा धोखा दे जाता है कलकि कभी आता ही नहींआता भी है तो आज हो जाता है ग़ालिब....
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