खुशी के चिराग हमेशा जलते रहे
सफलता के ख्वाव आँखों में पलते रहे
दुःख के गुबार धुँआ बन के उड़ जाए
आपसे आपके चाहने वाले हमेशा के लिए जुड़ जाए
श्री गणेश और लक्ष्मी आपके घर में ढेर सारी खखुशियाँ बरसाए
ये दिवाली का त्यौहार
एक बार फिर आपके जीवन को सजीव कर जाय
आज फिर जागा हूँ
रात भर मै
किसी की याद में नहीं
किसी को याद करने के लिए
ये तनहाईयाँ सताती नहीं है अब
कि आदत सी हो गई है
इन तनहाईयो के बगैर
तनहा लगता हूँ मै.