कौन समझाये आप समझदारों को गालिबकि दिखती है भलाई मे बुराई आपकोहम तो चाहते है सिर्फ कि सुकून मिल जाये आपकोअब खुश रहना ही न चाहेतो हम क्या करे भला।
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