Thursday, May 2, 2024
महक उठेंगे फूलों के गंध की तरह।
जहां खोदोगे वहीं मिलेंगे हम
कहां कहां दबाओगे हमारी हस्ती को
तुम मसल भी दोगे
तो हम महक उठेंगे फूलों के गंध की तरह।
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