बेपरवाही तेरी देखके जल जाते है ये आमेखास,
कहाँ से पाई है ये बेफिक्री तूने
एकबार जिक्र करदे इनका बस
इस फिक्र मे है चाहे बेरुखी के दो शब्द ही सही
---------------------------------------------------->इंफीनिटी
कहाँ से पाई है ये बेफिक्री तूने
एकबार जिक्र करदे इनका बस
इस फिक्र मे है चाहे बेरुखी के दो शब्द ही सही
---------------------------------------------------->इंफीनिटी