Wednesday, June 3, 2015

याद आया फिर तेरा पर्दे के पीछे से वो मुसकुराना ...






उफ़्फ़ ... ये इस रात का चाँद
याद आया फिर तेरा पर्दे के पीछे से वो मुसकुराना ...

--Infinity

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